आइये हम बात करते है Arvind Kejriwal के बारे मे जो इस समय बड़ी मुसीबत मे फस गए है
Arvind Kejriwal Biography in Hindi
अरविन्द केजरीवाल एक समाज सेवी, Simple (साधारण) और दिल्ली के वर्तमान मुख्यमंत्री हैं। जो दिल्ली के 7 वें मुख्यमंत्री हैं। अन्ना हजारे का ‘जन लोकपाल बिल आंदोलन’ से भारतीय राजनीति में सक्रिय कदम रखने वाले अरविंद केजरीवाल ने पूरे देश का ध्यान अपनी तरफ़ खींच लिया था और इस आंदोलन के बाद अपनी राजनीतिक पार्टी बनाई जिसका नाम ‘आम आदमी पार्टी’ (AAP) हैं, जिसका अध्यक्ष भी केजरीवाल ही है।
Arvind Kejriwal Education(शिक्षा) :-
अरविंद बचपन में हिसार में स्थित कैंपस स्कूल और इसके बाद सोनीपत में स्थित क्रिस्चियन मिशनरी स्कूल के छात्र रहे, इन्होंने यहाँ से अपनी स्कूली पढाई पूरी की। 1989 में आई.आई.टी खड़गपुर से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की डिग्री, प्राप्त की और बाद उन्होंने संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) में भी अपनी सफलता दर्ज की और आईआरएस अधिकारी के रूप में कार्य करने के लिए नियुक्त हुए।
Early Life (प्रारम्भिक जीवन) :-
केजरीवाल का जन्म 16 अगस्त 1968 को हरियाणा राज्य के हिसार जिले के सिवानी गांव में हुआ था। गोविंद और गीता केजरीवाल उनके पिता और माता हैं। वे अपने तीन भाई-बहनों में सबसे बड़े हैं। उनके पिता भी एक इंजीनियर थे। जिन्होंने पिलानी के बिड़ला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस से डिग्री ली थी।अरविंद का बचपन सोनीपत, मथुरा और हिसार में बीता
पारिवारिक जीवन:-
Arvind Kejriwal का विवाह सुनीता से हुआ, जो खुद भी एक आई.आर.एस अधिकारी हैं। और फिलहाल आयकर विभाग में अतिरिक्त आयुक्त हैं। इस दम्पति के दो बच्चे हैं, जिनसे एक बेटी हर्षिता और बेटा पुलकित है।
- पुरस्कार और सम्मान (Arvind Kejriwal’s Honour)
- 2004 में उन्हें सामाजिक सहभागिता के लिए अशोक फेलो अवार्ड से नवाजा गया।
- 2005 में आईआईटी कानपुर, सरकार पारदर्शिता में लाने के लिए सत्येंद्र दुबे मेमोरियल अवॉर्ड से नवाजा गया।
- 2006 में उन्होंने ‘रमन मैग्सेसे अवार्ड’ से नवाजा से नवाजा गया।
- 2009 में आईआईटी खड़गपुर में उन्हें विशिष्ट छात्र नेतृत्व के रूप में अवार्ड दिया गया।
सामाजिक कार्य Social Work :-
उन्होंने जनलोकपाल बिल पास कराने के लिए अन्ना हजारे के नेतृत्व में उनका साथ दिया। देश की जनता में R. T. I. (Right To Information) को लेकर बिल्कुल भी जागरूकता नहीं फैली थी। जिसको जनता में फैलाने का काम Arvind Kejriwal जी ने किया। सामाजिक कार्य को करने के लिए उनके दिल में एक अलग सी ज्योति जागृत हो चुकी थी। उस दौरान शांति भूषण, प्रशांत भूषण, संतोष हेगड़े, किरण बेदी जैसे दिग्गज लोगों के साथ इस आंदोलन को पूरे देश में फैला दिया। इस दौरान सामाजिक चोला छोड़कर कब उन्होंने राजनीतिक चोला पहनने की ठान ली इस बात का पता उन्हें भी नहीं लगा। अरविंद केजरीवाल ने कहा कि इस कीचड़ को साफ करना भी हम देशवासियों का काम है। अतः आंदोलन के साथ साथ एक स्वस्थ सक्रीय राजनीति की भी आवश्यकता होती है।
अरविंद केजरीवाल के बारे मे कुछ महत्वपूर्ण बातें :-
- उत्तराखंड स्थित मसूरी में सिविल सेवा प्रशिक्षण के दौरान अरविन्द की मुलाकात अपनी पत्नी सुनीता से हुई।
- वह शुद्ध शाकाहारी आदमी हैं और वह विपासना का पालन करते हैं।
- वह मैकेनिकल इंजीनियर (आईआईटी, खड़गपुर से स्नातक) भी हैं।
- उन्होंने एक ही प्रयास में सिविल सेवा परीक्षा में सफल रहें।
- वह हमेशा सामाजिक कार्यों में भाग लेते रहे हैं और जिसके चलते उन्होंने मदर टेरेसा के साथ भी काम किया है।
- खड़गपुर में अपने कॉलेज के दिनों के दौरान, अरविंद बच्चों को पढ़ाने के लिए झुग्गी बस्तियों में जाते थे, जो पढ़ाई नहीं कर सकते थे। जैसा कि एक इंटरव्यू में उनके सहपाठियों ने बताया कि अरविंद छुट्टियों में बच्चों को पढ़ाने के लिए झुग्गियों में जाते थे और जब कि उनके सहपाठी फ़िल्में देखने, खेलने जाते थे।
- अरविन्द के कारण ही आरटीआई दिल्ली अधिनियम में आया। वर्ष 2006 में अरविंद केजरीवाल को आरटीआई कानून के लिए रमन मैगसेसे पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
- उन्होंने एक गैर सरकारी संगठन को राशि देने के लिए “मेग्सेसे पुरस्कार” को दान कर दिया था।
- वर्ष 2006 में, उन्होंने सामाजिक सेवाओं में अपने पूरे समय को समर्पित करने के लिए राजस्व सेवा से इस्तीफा दे दिया।
- आईआरएस अधिकारी के रूप में अरविन्द केजरीवाल ने एक चपरासी लेने से इंकार कर दिया था।
- वह कभी भी अपने जन्मदिन को नहीं मनाते।
- वर्ष 2011 में, उन्होंने अन्ना हजारे की टीम के साथ जन लोकपाल विधेयक को पारित करने के लिए दिल्ली के रामलीला मैदान में भ्रष्टाचार (आईएसी) आंदोलन को नियोजित किया था, जो कि कांग्रेस, भाजपा और अन्य राजनीतिक दलों के राजनीतिक रणनीति के कारण असफल रहा था।
- आंदोलन की विफलता के बाद, अरविंद केजरीवाल और कई अन्य आईएसी टीम के सदस्यों ने भारत में भ्रष्टाचार से लड़ने के लिए एक राजनीतिक दल बनाने का फैसला किया था। हालांकि अन्ना हजारे, किरण बेदी और कई अन्य आईएसी टीम सदस्य राजनीतिक व्यवस्था में प्रवेश करने के खिलाफ थे।
- 26 नवंबर 2012 को अरविन्द केजरीवाल ने आम आदमी पार्टी का गठन किया था।
- दिल्ली विधानसभा चुनाव 2013 में, उन्होंने तीन बार दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित रहीं को 25,864 मतों से हराया था।
- उनकी एक आदत है कि वह प्रत्येक दस्तावेज, फाइल की प्रत्येक पंक्ति को मार्कर के साथ चिह्नित करते हैं और सुनिश्चित करते हैं कि सबकुछ सही है। उनके सहयोगियों का कहना है कि अरविन्द केजरीवाल ने जन लोकपाल विधेयक की जाँच सौ बार की थी।
- वह जन लोकपाल विधेयक टीम के मुख्य सदस्य थे, जिन्होंने जन लोकपाल विधेयक को बनाया था।
- वह बहुत जल्द अपने गुस्से पर काबू पा लेते हैं। उनके सहकर्मियों के मुताबिक जब भी वह क्रोधित हो जाते हैं तो वह कुछ समय के लिए किसी से बात नहीं करते।